Thursday, June 18, 2009

यार ये सच्चाई है की मोह्बत्त में ही दिक्कते है क्योंकि अगर मोह्बत्त है तो दिक्कत साथ में

साया बनकर चलती है

सच्चाई

का भइया हमने चुराया तो चोरी और कोई चुराए तो रच्येता होता है ई तो घोर अन्याय है हमरे साथ
अब आप ही बतावा की इतना सब किताब लिखते है लेकिन इसका मैटर इधर उधर से मिला कर जब लिख कर लेखक होते है तो हमने तो बस मुहबत की थी तो हमको प्यार करो .